गुजरात में चांदीपुरा वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अब तक इस वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 71 हो चुकी है, जिनमें से दुखद खबर है कि 27 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा चिंता की बात ये है कि संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.
सरकार अलर्ट
राज्य सरकार ने इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रभावित इलाकों में लोगों की स्क्रीनिंग कर रही हैं. साथ ही, अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की गई है.
Chandipura Virus in Gujarat |
कहां-कहां मिले संदिग्ध मामले?
अब तक सूबे के 23 जिलों में चांदीपुरा वायरस के संदिग्ध मामले सामने आए हैं. इनमें से सबसे ज्यादा मामले साबरकांठा (8) और अरावली (4) जिले में सामने आए हैं. इसके अलावा, महिसागर, खेड़ा, मेहसाणा, राजकोट, सुरेंद्रनगर, अहमदाबाद शहर, गांधीनगर, पंचमहल, जामनगर, मोरबी, गांधीनगर शहर, छोटाउदेपुर, दाहोद, वडोदरा, नर्मदा, बनासकांठा, वडोदरा शहर, भावनगर और देवभूमि द्वारका में भी संदिग्ध मामले पाए गए हैं.
चांदीपुरा वायरस के लक्षण
- तेज बुखार (104 डिग्री सेल्सियस तक)
- डायरिया
- शरीर में दर्द
- सिरदर्द
- सांस लेने में तकलीफ
- खून बहना
- एनीमिया (खून की कमी)
चांदीपुरा वायरस से बचाव कैसे करें?
- मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
- दिन में घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें.
- पूरी बांह के कपड़े पहनें.
- साफ पानी पीएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें.
- अगर बुखार, डायरिया या शरीर में दर्द जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
डेंगू से अलग है चांदीपुरा वायरस
ध्यान देने वाली बात ये है कि चांदीपुरा वायरस के लक्षण डेंगू बुखार से मिलते-जुलते हैं, लेकिन ये दोनों अलग-अलग वायरस हैं. इसलिए, अगर आपको कोई संदेह है, तो डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है.
गुजरात में चांदीपुरा वायरस की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों में कमी आने की उम्मीद है.
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है. किसी भी स्वास्थ्य संबंधी सलाह या उपचार के लिए हमेशा किसी योग्य चिकित्सक से सलाह लें.